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SCOA : Flipkart Supply Chain Operations Academy

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Flipkart Supply Chain Operations Academy: An Analysed Explanation In today’s digital age, the supply chain and logistics industries are playing an increasingly critical role in the success of e-commerce businesses. With companies like Flipkart leading the charge in India’s booming online retail market, the need for skilled professionals in logistics, warehouse operations, and supply chain management is at an all-time high. One such initiative that has risen to meet this demand is the Flipkart Supply Chain Operations Academy (SCOA) . This blog will provide an in-depth look at the academy, its training programs, the opportunities it provides, and why it has become a valuable resource for aspiring professionals in the e-commerce and logistics sectors. •  What is Flipkart Supply Chain Operations Academy (SCOA)? The Flipkart Supply Chain Operations Academy  is an educational initiative designed to address the growing skill gap in India’s logistics and supply chain indus...

IPC और CrPC में बदलाव : नए आपराधिक कानूनों की समझ

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IPC और CrPC में बदलाव: नए आपराधिक कानूनों की समझ भारत का आपराधिक न्याय तंत्र दशकों से तीन प्रमुख कानूनों पर आधारित रहा है – IPC (1860), CrPC (1973), और Indian Evidence Act (1872)।  लेकिन अब 2023-25 के बीच केंद्र सरकार ने इन्हें पूरी तरह से पुनः गढ़ा  है।  इन्हीं के तहत लाए गए हैं तीन नए कानून : - भारतीय न्याय संहिता, 2023 (Bharatiya Nyaya Sanhita - BNS)  – IPC का स्थान लेता है   - भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita - BNSS)  – CrPC की जगह   - भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 (Bharatiya Sakshya Adhiniyam - BSA)  – Indian Evidence Act का विकल्प   इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि ये बदलाव क्या हैं, क्यों लाए गए हैं, और आम नागरिक से लेकर अपराध न्याय व्यवस्था पर इनका क्या प्रभाव पड़ेगा। पुराने कानूनों की ज़रूरत क्यों पड़ी बदलने की? 1. औपनिवेशिक विरासत IPC, CrPC, और Evidence Act सभी ब्रिटिश शासन द्वारा बनाए गए थे। इनके प्रावधान आज के आधुनिक लोकतांत्रिक भारत की ज़रूरतों के अनुसार पुराने...

सरकारी कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना : UPS.

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सरकारी कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना: UPS क्या है और कैसे लाभकारी है? सरकारी नौकरी करने वाले लाखों कर्मचारियों के लिए पेंशन  एक सुरक्षा कवच की तरह होती है — एक ऐसा भरोसा, जो रिटायरमेंट के बाद भी जीवन को सुरक्षित बनाए रखता है। लेकिन समय के साथ भारत में पेंशन प्रणाली में कई बदलाव हुए हैं। अब 2025 में सरकार एक नई योजना लेकर आई है: Unified Pension Scheme (UPS) । ये योजना क्या है? पुराने सिस्टम से कितनी अलग है? और क्या वाकई ये सरकारी कर्मचारियों के लिए लाभकारी है? आइए विस्तार से समझते हैं। UPS क्या है? – एक सरल परिभाषा Unified Pension Scheme (UPS)  भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित एक नई पेंशन योजना  है जो कि सभी तरह के सरकारी कर्मचारियों के लिए एक समान और समन्वित प्रणाली  लाने की कोशिश करती है। इस योजना का उद्देश्य है: - NPS (National Pension Scheme)  और Old Pension Scheme (OPS)  के बीच का संतुलन लाना   - एक ऐसी प्रणाली बनाना जो पारदर्शी, टिकाऊ और सामाजिक सुरक्षा देने वाली  हो   - कर्मचारियों को भविष्य में आर्थिक ...

Waqf (Amendment) Act, 2025 | UMEED Act

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Waqf (Amendment) Act, 2025 , जिसे अब UMEED Act (Unified Waqf Management, Empowerment, Efficiency and Development Act) कहा जाता है, भारत में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और पारदर्शिता को सुधारने के लिए लाया गया है। यह कानून 8 अप्रैल 2025 से लागू हुआ है। 🔑 मुख्य बिंदु 1. नाम परिवर्तन : अब इसे UMEED Act कहा जाता है, जो प्रबंधन, सशक्तिकरण, दक्षता और विकास को दर्शाता है। 2. 'वक्फ बाय यूज़र' प्रावधान हटाया गया : अब केवल वही संपत्ति वक्फ घोषित हो सकती है, जिसे किसी मुस्लिम व्यक्ति ने कम से कम 5 वर्षों तक इस्लाम का पालन करते हुए दान किया हो। 3. महिलाओं के अधिकार : कानून में यह सुनिश्चित किया गया है कि महिलाओं और बच्चों को उनकी वैध विरासत मिले, और किसी भी संपत्ति को वक्फ घोषित करने से पहले विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं और अनाथों के अधिकारों की रक्षा की जाए। 4. वक्फ बोर्ड में विविधता : अब केंद्रीय और राज्य वक्फ बोर्डों में मुस्लिम महिलाओं और गैर-मुस्लिम सदस्यों की भागीदारी अनिवार्य की गई है, जिससे निर्णय प्रक्रिया में विविधता और समावेशिता बढ़ेगी। 5. आधुनिक प्रबंधन प्रणाली : स...

WAQF Explained for Everyone

Waqf Explained for Everyone – आम भाषा में समझिए "वक्फ क्या होता है?"   Waqf (वक्फ) शब्द शायद आपने न्यूज या किसी बहस में सुना होगा, लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि इसका असली मतलब क्या होता है। आइए इसे एकदम आसान भाषा में समझते हैं। 1. वक्फ का मतलब क्या है? वक्फ एक इस्लामिक शब्द है, जिसका मतलब होता है – "कोई चीज़ अल्लाह के नाम पर हमेशा के लिए समर्पित कर देना"। इसका मतलब ये नहीं कि वह चीज़ गायब हो जाती है या मंदिर-मस्जिद में रख दी जाती है — बल्कि वह संपत्ति समाज के भले के लिए इस्तेमाल की जाती है। 2. कौन कर सकता है वक्फ? कोई भी मुस्लिम व्यक्ति: - अपनी ज़मीन, पैसा, दुकान, या कोई भी प्रॉपर्टी - किसी धार्मिक, सामाजिक या जनहित  के काम के लिए   -  हमेशा के लिए दान  करता है — तो वो संपत्ति “वक्फ” बन जाती है। 3. वक्फ संपत्ति का क्या होता है? जब कोई चीज़ वक्फ कर दी जाती है, तो: - वह अब दान देने वाले की नहीं रहती - उसे बेचा, खरीदा या बदला नहीं जा सकता - उसका इस्तेमाल मस्जिद, स्कूल, हॉस्पिटल, गरीबों की मदद जैसी चीजों में होता है 4. कौन संभालता है वक्फ की संपत्तियाँ? भारत...